अल्ट्रूइस्टिक सरोगेसी (Altruistic surrogacy) का अर्थ है ऐसी सरोगेसी जिसमें एक महिला बिना किसी वित्तीय लाभ के, नि:स्वार्थ भाव से किसी अन्य व्यक्ति या दंपति के लिए बच्चे को जन्म देती है। इसमें केवल उसकी चिकित्सा देखभाल, बीमा और अन्य आवश्यक खर्चों पर ही पैसे खर्च किए जा सकते हैं। इसका उद्देश्य अधिकारों की रक्षा करना और शोषण की संभावनाओं को कम करना है।
भारत में कौन-सा सरोगेसी कानून लागू है?
वर्तमान में भारत में Surrogacy (Regulation) Act, 2021 लागू है, जो व्यावसायिक सरोगेसी को पूरी तरह से निषिद्ध करती है और केवल altruistic surrogacy की अनुमति देती है। यह कानून सुनिश्चित करता है कि सरोगेसी केवल उन मामलों में हो जो नैतिक, कानूनी और सामाजिक दृष्टिकोण से सुरक्षित
भारत में अल्ट्रूइस्टिक सरोगेसी (Altruistic surrogacy) के लिए पात्र कौन हो सकते हैं?
Intended (इच्छुक) दम्पत्ति के लिए मुख्य पात्रता शर्तें
- वैवाहिक दम्पत्ति हों, और कम-से-कम 5 साल से शादीशुदा हों।
- पत्नी की उम्र लगभग 23-50 वर्ष, पति की उम्र लगभग 26-55 वर्ष हो।
- दम्पत्ति को प्रमाणित बाँझपन (infertility) का मेडिकल सर्टिफिकेट होना चाहिए।
- दम्पत्ति के पास कोई जीवित बच्चा नहीं होना चाहिए (चाहे प्राकृतिक, adopt या सरोगेसी से) ।
- नियमों के अनुसार certificate of eligibility और certificate of essentiality प्राप्त करना आवश्यक है।
सरोगेट माँ (gestational surrogate) के लिए पात्रता शर्तें:
- सरोगेट माँ को दम्पत्ति की निकट संबंधी (close relative) होना चाहिए।
- वह महिला पहले से विवाहित हो और उसकी एक स्वस्थ जन्मी संतान हो।
- उम्र लगभग 25-35 वर्ष होनी चाहिए।
- उसने पहले कभी सरोगेसी नहीं की हो।
- शारीरिक और मानसिक रूप से फिट हो।
कानूनी दिशानिर्देश (Legal Guidelines)
- Commercial surrogacy पूरी तरह बंद: केवल altruistic (selfless) surrogacy को ही स्वीकार किया जाता है, जिसमें सरोगेट को लाभ नहीं मिलता।
- इच्छुक माता-पिता (Intended parents) और सरोगेट माँ दोनों के लिए योग्यता सर्टिफिकेट और आवश्यक सर्टिफिकेट जरूरी।
- यदि कोई क्लिनिक या व्यक्ति इस कानून का उल्लंघन करता है, तो सज़ा और जुर्माना लग सकती है।
- क्लिनिक को पंजीकरण (registration) और अनुमोदन प्राप्त करना आवश्यक है।
दिल्ली में कई “सरोगेसी सेंटर” हैं जो अल्ट्रूइस्टिक सरोगेसी सेवा प्रदान करते हैं और कानूनी नियमों के अनुसार काम करते हैं। उदाहरण के लिए:
- Surrogacy Centre India, Greater Kailash, Delhi में हैं, जो चिकित्सा, IVF और कानूनी सहायता प्रदान करते हैं, और पूरी प्रक्रिया कानूनी नियमों के अनुरूप करती हैं।
ये सरोगेसी सेंटर यह सुनिश्चित करते हैं कि इच्छित माता-पिता, सरोगेट माँ और बच्चा सभी कानूनी सुरक्षा, नैतिक देखभाल, और स्वास्थ्य मानकों के अंतर्गत हों।
निष्कर्ष-
अल्ट्रूइस्टिक सरोगेसी (Altruistic surrogacy) भारत में कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त एक सुरक्षित विकल्प है, जहाँ सरोगेट माँ सिर्फ चिकित्सा और बीमा खर्चों के लिए कवर होती है, और कोई धन लाभ नहीं लेती। Surrogacy laws in India, विशेषकर Surrogacy (Regulation) Act, 2021, स्पष्ट रूप से निर्धारित करती हैं कि कौन पात्र है और किन शर्तों पर सरोगेसी हो सकती है। अगर आप या आपकी साथी बांझपन से जूझ रहे हैं, तो एक registered surrogacy centre in Delhi या किसी विश्वसनीय फर्टिलिटी क्लिनिक से संपर्क करना बहुत जरूरी है, ताकि प्रक्रिया सही, कानूनी और सुरक्षित रूप से पूरी हो सके।